Context of उरुग्वे
उरुग्वे दक्षिण अमेरिका के दक्षिणीपूर्वी हिस्से में स्थित एक देश है। देश में रहने वाली करीबन 35 लाख की आबादी में से 11 लाख लोग राजधानी मोंटेवीडियो और उसके महानगरीय क्षेत्र में निवास करते हैं। देश की 88–94% आबादी यूरोपीय अथवा मिश्रित वर्ण के लोग हैं।
उरुग्वे की जमीनी सीमा केवल ब्राजील से, उत्तर में रियो ग्रांड दो सूल से मिलती है। इसके पश्चिम में उरुग्वे नदी, दक्षिणपश्चिम में रियो दी ला प्लाता का मुहाना और दक्षिणपूर्व में दक्षिण अंध महासागर स्थित है। उरुग्वे दक्षिण अमेरिका में सूरीनाम के बाद दूसरा सबसे छोटा देश है।
उरुग्वे में सबसे पुरानी यूरोपीय कालोनी कोलोनिया डेल स्कारमेंटो की स्थापना पुर्तगाल द्वारा 1680 में की गई थी। मोटेवीडियो की स्थापना स्पेनियो ने 18वीं सदी के शुरुआती दौर में सैन्य गढ़ के रूप में की थी। उरुग्वे ने 1825-1928 के बीच स्पेन, अर्जेन्टीना और ब्राजील के बीच तीन तरफा लड़ाई के बाद स्वतंत्रता हासिल की। यहां संवैधानिक लोकतंत्र है, जहां राष्ट्रपति राज्य के साथ-साथ सरकार के भी मुखिया होते हैं।
उरुग्वे की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर और राज्य सेव...आगे पढ़ें
उरुग्वे दक्षिण अमेरिका के दक्षिणीपूर्वी हिस्से में स्थित एक देश है। देश में रहने वाली करीबन 35 लाख की आबादी में से 11 लाख लोग राजधानी मोंटेवीडियो और उसके महानगरीय क्षेत्र में निवास करते हैं। देश की 88–94% आबादी यूरोपीय अथवा मिश्रित वर्ण के लोग हैं।
उरुग्वे की जमीनी सीमा केवल ब्राजील से, उत्तर में रियो ग्रांड दो सूल से मिलती है। इसके पश्चिम में उरुग्वे नदी, दक्षिणपश्चिम में रियो दी ला प्लाता का मुहाना और दक्षिणपूर्व में दक्षिण अंध महासागर स्थित है। उरुग्वे दक्षिण अमेरिका में सूरीनाम के बाद दूसरा सबसे छोटा देश है।
उरुग्वे में सबसे पुरानी यूरोपीय कालोनी कोलोनिया डेल स्कारमेंटो की स्थापना पुर्तगाल द्वारा 1680 में की गई थी। मोटेवीडियो की स्थापना स्पेनियो ने 18वीं सदी के शुरुआती दौर में सैन्य गढ़ के रूप में की थी। उरुग्वे ने 1825-1928 के बीच स्पेन, अर्जेन्टीना और ब्राजील के बीच तीन तरफा लड़ाई के बाद स्वतंत्रता हासिल की। यहां संवैधानिक लोकतंत्र है, जहां राष्ट्रपति राज्य के साथ-साथ सरकार के भी मुखिया होते हैं।
उरुग्वे की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर और राज्य सेवा पर आधारित है। ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल के अनुसार, उरुग्वे लेटिन अमेरिका में (चिली के साथ) सबसे कम भ्रष्ट देश है, जहां की राजनीतिक और कार्य परिस्थितियां महाद्वीप में सबसे ज्यादा खुली है।
उरुग्वे उच्च मानव विकास सूचकांक और प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से लेटिन अमेरिका के सबसे विकसित अर्थव्यवस्था वाला देश है।
More about उरुग्वे
- Native name Uruguay
- Calling code +598
- Internet domain .uy
- Mains voltage 220V/50Hz
- Democracy index 8.61
- Population 3444263
- छेत्र 176215
- Driving side right
यूरोपीय लोगों के आगमन से पूर्व इस क्षेत्र में चरुआ लोग, एक स्वदेशी जनजाति निवास करते थे,[1] लेकिन आज वे एक हजार से अधिक मिश्रित वंश की संख्या में हैं। स्पेनिश यहां 1516 में पहुंचे, लेकिन 17वीं शताब्दी तक यह अन्य लैटिन अमेरिकी उपनिवेशों के विपरीत पूरी तरह से उपनिवेश नहीं हुआ था, जिसका मुख्य कारण, स्थानीय निवासियों का विरोधभाव और इस क्षेत्र में सोने या चांदी का न होना था। हालांकि 17वीं शताब्दी के दौरान इस क्षेत्र को लेकर स्पेनिश और पुर्तगालीयों के बीच लड़ाई छिड़ गई, जो ब्राजील के पास विस्तार कर रहे थे। 19वीं शताब्दी की शुरुआत में उरुग्वे, ब्रिटिश और पुर्तगालीयों के बीच एक युद्धक्षेत्र बन गया जो एक-दूसरे पर हावी होना चाहते थे।
जोस गर्वैसियो आर्टिगस के नेतृत्व में विद्रोह का हुआ और उन्होंने स्पेनिश औपनिवेशिक मलिकों को लास पिएरदास की लड़ाई[1] हराकर संघीय लीग का गठन किया और उसके संरक्षक शीर्षक बन गये, उन्हें आज भी देश के राष्ट्रीय नायक के रूप में मान्यता मिली हुई है। उरुग्वे फिर से अपने दो पड़ोसियों ब्राजील और अर्जेंटीना के लिए और उनके खिलाफ आंतरिक और बाहरी संघर्ष और युद्ध में उलझ गया। एक बार ब्राजील ने देश अधिग्रहण कर उसे अपना एक प्रांत के रूप में जोड़ लिया।[2] अंत में, युद्धरत गुटों के बीच मॉन्टीविडियो की संधि पर हस्ताक्षर हुये और उरुग्वे को पुन: स्वतंत्र देश की मान्यता मिली।[3]
19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में, आप्रवासियों का देश में तांता लग गया, जिसके कारण देश तेज़ी से विकास की ओर चल पड़ा। 20वीं शताब्दी की शुरुआत तक, देश की जनसंख्या एक मिलियन हो गई थी। 1930 में उरूग्वे पहले फुटबॉल विश्व कप का स्थल बना और उसने अर्जेंटीना को हराकर विजेता बना। 1950 में ब्राजील को पराजित करने के बाद उरुग्वे ने अपना दूसरा फीफा विश्व कप जीता, इस घटना को माराकाज़ो के रूप में याद किया जाता है।
...आगे पढ़ेंयूरोपीय लोगों के आगमन से पूर्व इस क्षेत्र में चरुआ लोग, एक स्वदेशी जनजाति निवास करते थे,[1] लेकिन आज वे एक हजार से अधिक मिश्रित वंश की संख्या में हैं। स्पेनिश यहां 1516 में पहुंचे, लेकिन 17वीं शताब्दी तक यह अन्य लैटिन अमेरिकी उपनिवेशों के विपरीत पूरी तरह से उपनिवेश नहीं हुआ था, जिसका मुख्य कारण, स्थानीय निवासियों का विरोधभाव और इस क्षेत्र में सोने या चांदी का न होना था। हालांकि 17वीं शताब्दी के दौरान इस क्षेत्र को लेकर स्पेनिश और पुर्तगालीयों के बीच लड़ाई छिड़ गई, जो ब्राजील के पास विस्तार कर रहे थे। 19वीं शताब्दी की शुरुआत में उरुग्वे, ब्रिटिश और पुर्तगालीयों के बीच एक युद्धक्षेत्र बन गया जो एक-दूसरे पर हावी होना चाहते थे।
जोस गर्वैसियो आर्टिगस के नेतृत्व में विद्रोह का हुआ और उन्होंने स्पेनिश औपनिवेशिक मलिकों को लास पिएरदास की लड़ाई[1] हराकर संघीय लीग का गठन किया और उसके संरक्षक शीर्षक बन गये, उन्हें आज भी देश के राष्ट्रीय नायक के रूप में मान्यता मिली हुई है। उरुग्वे फिर से अपने दो पड़ोसियों ब्राजील और अर्जेंटीना के लिए और उनके खिलाफ आंतरिक और बाहरी संघर्ष और युद्ध में उलझ गया। एक बार ब्राजील ने देश अधिग्रहण कर उसे अपना एक प्रांत के रूप में जोड़ लिया।[2] अंत में, युद्धरत गुटों के बीच मॉन्टीविडियो की संधि पर हस्ताक्षर हुये और उरुग्वे को पुन: स्वतंत्र देश की मान्यता मिली।[3]
19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में, आप्रवासियों का देश में तांता लग गया, जिसके कारण देश तेज़ी से विकास की ओर चल पड़ा। 20वीं शताब्दी की शुरुआत तक, देश की जनसंख्या एक मिलियन हो गई थी। 1930 में उरूग्वे पहले फुटबॉल विश्व कप का स्थल बना और उसने अर्जेंटीना को हराकर विजेता बना। 1950 में ब्राजील को पराजित करने के बाद उरुग्वे ने अपना दूसरा फीफा विश्व कप जीता, इस घटना को माराकाज़ो के रूप में याद किया जाता है।
↑ अ आ Bureau of Western Hemisphere Affairs. "Background Note: Uruguay". US Department of State. मूल से 24 फ़रवरी 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 February 2011. ↑ "THE STRUGGLE FOR INDEPENDENCE, 1811–30 – Uruguay". Library of Congress Country Studies. मूल से 30 अप्रैल 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 February 2011. ↑ "Google homenajea a Uruguay". El Observador (स्पेनिश में). 25 August 2012. मूल से 23 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 August 2018.